लक्ष्य तथा उद्देश्य में अंतर
लक्ष्य तथा उद्देश्य में अंतर
लक्ष्य
|
उद्देश्य
|
यह पूरे
राष्ट्र तथा
समाज की
प्रकृति को
देखकर
निर्धारित
किए जाते हैं
और इनकी
पूर्ति की जिम्मेदारी
समाज के सभी
व्यक्तियों
विद्यालयों
तथा पूरे
राष्ट्र पर
होती है
|
यह लक्ष्य
के अनुसार
निर्धारित
किए जाते हैं तथा
इन्हें
शिक्षक
निर्धारित
करते हैं वह
प्राप्त
करते हैं
|
यह समग्र
विषय तथा
शिक्षा
व्यवस्था से
संबंधित
होते हैं
|
यह उप
विषय तथा
विभिन्न
प्रकरणों से
संबंधित होते
हैं
|
यह इस
प्रश्न का
उत्तर होते
हैं कि कोई
विषय क्यों
पढ़ाया जाना
चाहिए
|
यह इस
प्रश्न का
उत्तर होते
हैं कि किसी
पाठ प्रकरण
की समाप्ति
पर क्या
प्राप्त
किया जा सकेगा
|
यह समस्त
शिक्षा
व्यवस्था को
दिशा प्रदान
करते हैं
|
यह किसी
लक्ष्य की
प्राप्ति के
लिए
छोटे-छोटे भागों
में बैठे
होते हैं जो
किसी
निश्चित बिंदु
को दिशा देते
हैं
|
यह
अनिश्चित
तथा अस्पष्ट
होते हैं
|
यह
निश्चित, स्पष्ट
तथा संगत
होते हैं
|
यह एक
प्रकार के
आदर्श होते
हैं जिन्हें
पूर्ण रूप से
प्राप्त
नहीं किया जा
सकता
|
इन्हें
पाठ की
समाप्ति के
पश्चात
प्राप्त किया
जा सकता है
|
इनकी
प्राप्ति
में बहुत धन
तथा अधिक समय
लगता है
|
यह पाठ की
समाप्ति के पश्चात
तथा
अल्पव्यय
करने पर ही
प्राप्त
होते हैं
|
इनका
क्षेत्र
व्यापक होता
है
|
इनका
क्षेत्र
विशिष्ट व
सीमित होता
है
|
यह
अप्रत्यक्ष
होते हैं
|
यह
प्रत्यक्ष
होते हैं
|
यह
औपचारिक
होते हैं
|
यह
व्यवहारिक
होते हैं
|
इन्हें
देश की
सामाजिक, राजनीतिक
व धार्मिक
पृष्ठभूमि
के अनुसार निर्धारित
किया जा सकता
है
|
निश्चित
कार्यक्रम
के अंतर्गत
निर्धारित किए
जाते हैं
|
इनका
मुख्य आधार
दार्शनिक
होता है
|
इनका
मुख्य आधार
मनोवैज्ञानिक
होता है
|
यह
संपूर्ण
जनसंख्या के
लिए बनाए
जाते हैं
|
यह आदर्श
अथवा नमूने
के लिए बनाए
जाते हैं
|
यह
शैक्षिक
होते हैं
|
यह
अनुदेशात्मक
होते हैं
|
यह
परिवर्तनशील
होते हैं
|
यह प्रकरण
पाठ के
अनुसार होते
हैं
|
यह शिक्षण
की नीतियों
तथा
मूल्यांकन
के लिए स्पष्ट
निर्देशन
प्रदान नहीं
करते
|
यह स्पष्ट
निर्देश
प्रदान करते
हैं
|
UPI ID:- achalup41-1@oksbi
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