प्रधानाध्यापक के गुण

 प्रधानाध्यापक के गुण(Qualities of the Headmaster)



 प्रधानाध्यापक का पदम बहुत ही दायित्व पूर्ण है प्रायः सभी शिक्षा शास्त्री इस विषय में एक मत है कि इस पद के दायित्व का निर्वाह करने के लिए व्यक्ति में कुछ विशेष गुणों का होना आवश्यक है 

 

प्रधानाध्यापक में निम्नलिखित गुणों का होना आवश्यक है 

1.उत्तम स्वास्थ्य एवं स्फूर्ति- परीक्षणों के द्वारा सिद्ध कर दिया गया है कि अच्छे स्वास्थ्य का अच्छे मस्तिष्क से उच्च प्रकार का संबंध होता है इसलिए प्रधानाध्यापक का स्वास्थ्य ही अच्छा नहीं होगा तो उनमें जीवन शक्ति या स्फूर्ति भी नहीं होगी 

2. अच्छी आदतें एवं व्यक्तिगत जीवन की शुद्धता- प्रधानाध्यापक को स्वयं में अच्छी आदतों का निर्माण करना चाहिए यदि उसमें अच्छी आदतें नहीं है तो वह अपने छात्रों में अच्छी आदतों का निर्माण नहीं कर सकता इसके साथ ही उसका व्यक्तिगत जीवन भी शुद्ध होना चाहिए यदि उसका व्यक्तिगत जीवन अच्छा नहीं है तो उसकी कुशलता एवं सफलता पर बुरा प्रभाव पड़ेगा उसे अपने व्यक्तिगत जीवन में अच्छा आचरण करना चाहिए उसको सदैव उच्च आदर्शों को अपने समक्ष रखना चाहिए तथा उसके अनुसार अपने जीवन को व्यतीत करना चाहिए उसे सादा जीवन उच्च विचार के आदर्शों को ग्रहण करना चाहिए 

3. उच्च चरित्र- प्रधानाध्यापक का चरित्रवान होना आवश्यक है यदि उसका चरित्र उच्च नहीं है तो वह अपने विद्यालय के स्तर कभी ऊंचा नहीं उठा पाएगा उसके चरित्र पर ही संपूर्ण विद्यालय का चरित्र निर्भर है 

4. सहानुभूति की भावना- प्रधानाध्यापक में सहानुभूति की भावना का होना परम आवश्यक है इसके अभाव में वह अपने मित्रों एवं सहयोगीयों का विश्वासपात्र नहीं बन सकता और न उनका समस्त सहयोगप्राप्त कर सकता है और न ही शिक्षक तथा छात्र उसके समक्ष अपनी कठिनाईयों एवं समस्याओं को प्रस्तुत कर पाएंगे यदि वह उनके प्रति सहानुभूति की भावना रखेगा तो वह उनका सफलतापूर्वक नेतृत्व करने में सफल होगा और वे सदैव उनको सहयोग देने के लिए तत्पर रहेंगे। 

5. मानवीय संबंध स्थापित करने की क्षमता- प्रधानाध्यापक में मानवीय संबंध स्थापित करने की योग्यता का होना परम आवश्यक है इसी योग्यता पर उसकी सफलता एवं असफलता निर्भर करती है क्योंकि यदि वह शिक्षक-शिक्षक के बीच छात्र-छात्र के बीच शिक्षक और अन्य कर्मचारियों के बीच एवं अभिभावकों के बीच संबंध स्थापित नहीं कर पाता तो वह अपने विद्यालय का सुचारू रूप से संचालन करने में असमर्थ होगा क्योंकि इन सभी के उपयुक्त संबंधों पर ही विद्यालय की सफलता निर्भर है 

6. कार्यशील- विद्यालय के नेता को व्यवहारिक होना आवश्यक है वह जिन सिद्धांतों एवं आदर्शों को अपनी छात्रों एवं सहयोगियों के समक्ष रखता है यदि वह उसके अनुसार स्वयं कार्य नहीं करता है तो उनका सफल नेतृत्व करने में असमर्थ रहेगा अतःप्रधानाध्यापक को सदैव अपने छात्रों एवं सहयोगियों के समक्ष उदाहरण प्रस्तुत करने का प्रयास करना चाहिए 

7. नेतृत्व की क्षमता- प्रत्येक संगठन की संचालन के लिए योग्य नेता की आवश्यकता होती है विद्यालय भी एक संगठित समाज है जिसके संचालन के लिए योग्य नेता की आवश्यकता है इस संगठित समाज का नेता प्रधानाध्यापक होता है अतः प्रधानाध्यापक में नेतृत्व करने की क्षमता होनी चाहिए प्रधानाध्यापक को ऐसे व्यक्तियों का नेतृत्व करना होता है जो शैक्षिक योग्यता में प्राय: समान होते हैं अतः उनके तथा सैनिकों के नेतृत्व में पर्याप्त अंतर है उनका नेतृत्व तभी सफल होगा जब उसे अपने सहयोगी अनुगामीयों का समस्त सहयोग प्राप्त होगा ऐसा सहयोग प्राप्त करने के लिए उसे अधिनायक नहीं बनना है बल्कि अपने साथियों की योग्यताओं तथा क्षमताओं में निष्ठा रखते हुए लोकतांत्रिक दृष्टिकोण को ग्रहण करना है 

8. बौद्धिक एवं संवेगात्मक गुण- प्रधानाध्यापक में निम्नलिखित बौद्धिक एवं संवेगात्मक गुण होने चाहिए 

  1. योजनाओं की व्याख्या करने की योग्यता 
  2. खोज की अभिवृत्ति 
  3. स्वयं की भूमिका के प्रति जागरूकता 
  4. परिश्रम एवं अध्ययनशील 
  5. उच्च बुद्धि-लब्धि 
  6. पहल कदमी की क्षमता 
  7. छात्रों तथा उनकी अभिवृद्धि का ज्ञान 
  8. सामाजिक समस्याओं का ज्ञान 
  9. साधन-संपन्नता 
  10. संप्रेषण शक्ति 
  11. व्यक्तिगत विभिन्नताओं की समझदारी 
  12. विभिन्न विषयों का ज्ञान 
  13. आधुनिकतम शिक्षा सिद्धांतों एवं व्यवहारों का ज्ञान 
  14. अपनी स्वयं की कमियों को जानने की उत्सुकता एवं उसको दूर करने की क्षमताएं 
  15. संवेगात्मक रूप से स्थिर 
  16. चिंता एवं संघर्ष से मुक्त 
  17. उत्प्रेरित करने वाला 
  18. आशावादिता 
  19. प्रेरणायुक्त 

 

9. व्यक्तिगत, सामाजिक एवं नैतिक गुण- एक सफल प्रधानाध्यापक में निम्नलिखित व्यक्तिगत, सामाजिक एवं नैतिक गुण होने चाहिए 

  1. चातुर्य 
  2. विश्वसनीय 
  3. सृजनात्मक 
  4. निष्पक्ष 
  5. वस्तुपरक दृष्टिकोण 
  6. आत्मविश्वास 
  7. खुला मस्तिष्क 
  8. नियमित दूसरों के व्यक्तित्व को आदर देना 
  9. सहयोगी 
  10. दूसरों के प्रति सद इच्छा रखने वाला 
  11. समाजीकृत नागरिक 
  12. सहानुभूतिपूर्ण 
  13. सुझावात्मक 
  14. ईमानदार 
  15. समाज के प्रति सेवा भावना 
  16. सच्चरित्र 
  17. आत्म नियंत्रण 
  18. आत्मसम्मान 
  19. अपनी गलतियों को स्वीकार करने की तत्परता।