समाजीकरण

 समाजीकरण (Socialization)

Socialization


समाजीकरण वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से समुदाय अपने सदस्यों को सामाजिक रूप से स्वीकार्य होने के लिए समाज के मानदंडों और मूल्यों के बारे में शिक्षित करते हैं।

  • यह केवल व्यवहार के सामाजिक रूप से अनुमोदित तरीकों तथा आदर्श आकांक्षाओं को गम्भीरता से लेने को संदर्भित करता है।
  • समाजीकरण पहचान को परस्पर साझा करने और स्वयं, पहचान, विभिन्न दृष्टिकोणों और व्यवहारों की अवधारणा को आकार देने की निरंतर प्रक्रिया है।
  • समाजीकरण में परिवार, स्कूल, सहकर्मी और मास मीडिया जैसे 4 प्रमुख एजेंट हैं।

समाजीकरण के प्रकार (Types of socialization):

प्राथमिक समाजीकरण (Primary socialization):

यह शैशवास्था और बाल्यावस्था के दौरान होता है। यह उस प्रक्रिया को संदर्भित करता है जहां बच्चे को बचपन के वर्षों में परिवार के माध्यम से समाजीकृत किया जाता है।

यह रेखांकित करता है कि प्राथमिक समाजीकरण की प्रक्रिया में प्रमुख माध्यम परिवार है।

■ उदाहरण के लिए, एक परिवार में बहुत छोटे बच्चे को अपनी संस्कृति का बहुत कम ज्ञान होता है। परिवार के माध्यम से ही एक बच्चे को पता चलता है कि किसी विशिष्ट समाज में क्या स्वीकार्य है और क्या नहीं।


माध्यमिक समाजीकरण (Secondary socialization):

यह तब होता है जब बच्चा बाल्यावस्था के चरण में गुजरता है और परिपक्वता में जाता है। यह उस प्रक्रिया को संदर्भित करता है जो बाद के वर्षों में पड़ोस, विद्यालय और सहकर्मी समूहों जैसे माध्यम से शुरू होता है।

परिवार से अधिक इस चरण के दौरान, पड़ोस, स्कूल और दोस्तों के समूह जैसे समाजीकरण के कुछ अन्य माध्यम बच्चे को सामाजिक बनाने में भूमिका निभाने लगते हैं।

■ उदाहरण के लिए, विद्यालय बच्चों को मूल्यों, मानदंडों और परंपराओं को प्राप्त करने में तथा बातचीत के माध्यम से सामाजिक भूमिकाओं के बारे में अनौपचारिक संकेतों को विकसित करने में मदद करते हैं।